माँ विंध्यवासिनी धाम : आस्था, शक्ति और भक्ति का संगम
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माँ विंध्यवासिनी धाम : आस्था, शक्ति और भक्ति का संगम

उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में स्थित माँ विंध्यवासिनी धाम शक्ति की उपासना का प्रमुख केंद्र है। यहां मईया विंध्याचल देवी, मां विंध्याचल माई, और महिषासुर मर्दिनी के नाम से माता को जानते है, भारत के 51 शक्तिपीठों में से एक है, जहाँ माँ भगवती अपने पूर्ण जाग्रत स्वरूप में विराजमान हैं। जब देवताओं पर…

Maa devi Patan dham yatra
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माँ देवी पाटन धाम और गुरु गोरखनाथ की तपोस्थली: एक आध्यात्मिक यात्रा :

माँ देवीपाटन का मंदिर, उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में 28 किलोमीटर की दुरी पर तुलसीपुर पुर नमक जगह पर स्थित है, न केवल यह एक प्रमुख शक्तिपीठ है, बल्कि यह नाथ संप्रदाय के लिए भी एक महत्वपूर्ण स्थान है। इस मंदिर का इतिहास सदियों पुराना है और इसकी महिमा आज भी भक्तों को अपनी…

Ayodhya
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अयोध्या यात्रा गाइड 2025: राम मंदिर दर्शन से लेकर प्रमुख मंदिरों तक पूरी जानकारी

अयोध्या, भगवान श्रीराम की जन्मभूमि, सनातन धर्म के सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों में से एक है। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण के बाद, यह धार्मिक पर्यटन का एक प्रमुख केंद्र बन गया है। यदि आप अयोध्या यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो यह Complete Travel Guide आपको कैसे पहुँचें, कहाँ ठहरें, किन मंदिरों के…

maha kumbh 2025
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Mahakumbh 2025 prayagraj yatra

महाकुंभ 2025 प्रयागराज यात्रा: आस्था और भक्ति की अविस्मरणीय यात्रा महाकुंभ भारत का सबसे बड़ा आध्यात्मिक उत्सव है, जो की दुनिया भर के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन जो की प्रयागराज में गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती नदियों के संगम पर आयोजित होता है। इस बार 2025 में आयोजित हो रही महाकुंभ यात्रा अद्वितीय है क्यो…

महाकुंभ 2025: आस्था और संस्कृति का महापर्व प्रयागराज में
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महाकुंभ 2025: आस्था और संस्कृति का महापर्व प्रयागराज में

प्रयागराज की पावन धरती पर एक बार फिर से दिव्यता और भक्ति का संगम होने जा रहा है। जी हाँ, वर्ष 2025 में महाकुंभ का आयोजन प्रयागराज में हो रहा है, जो करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए आस्था की अलौकिक अनुभूति लेकर आएगा। यह महापर्व न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि भारतीय संस्कृति और…

यहां के बिना रामायण अधूरा है
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यहां के बिना रामायण अधूरा है

मखौड़ा धाम: रामायण की अधूरी गाथा का पूरा अध्याय भारत की पवित्र भूमि पर ऐसे अनेक धाम हैं, जो हमारी संस्कृति और धर्म की गहराईयों को सजीव करते हैं। इन्हीं में से एक है मखौड़ा धाम, जो रामायण के आरंभिक अध्यायों को साकार करता है। यह वह स्थान है, जहां राजा दशरथ ने पुत्र प्राप्ति…